Saturday, July 25, 2015

Youngest CA of INDIA

Nischal Narayanam has become the country's youngest Chartered Account at the age of 19.

Narayanam is also hailed as a mathematical genius. He has cleared the CA exam recently, yet Narayanam will have wait for two more years to enroll in the Institute of Chartered Accountants of India as the minimum age of admission in ICAI is 21.

He has won several laurels from a very young age and has an amazing memory.
He is the youngest ‘Double Guinness World Record holder' in the category of memory, youngest World Memory Champion, one of the “7 brilliant brains of the world”

He is the youngest graduate in the history of Osmania University from where he completed his B.Com andM.Com
He says “The journey wasn’t easy and a tough one. But I was determined to achieve it”

"After completion of my education,I am not willing to work abroad,I will serve my Nation to my full potential"

Saturday, July 18, 2015

"खुदा ने मुझे वफादार दोस्तों से नवाज़ा है,

याद मैं ना करूँ तो कोशिश वो भी नहीं करते.."
"तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ ..

कुछ कहते हुए भी डरता हूँ ..,

कहीं भूल से तू ना समझ बैठे ...

की मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ."

Friday, July 17, 2015

How To Manage Money

तीन बातों पर निर्भर करेगा-
1. हर महीने या साल जमा की जाने वाली रकम
2. इस पर मिलने वाले रिटर्न की दर
3. निवेश की अवधि
50 हजार रुपए सालाना निवेश से बने करोड़पति
अगर आप नियमित बचत की रकम में मामूली बढ़ोत्‍तरी कर दें तो लंबे समय बाद इसका अच्‍छा असर दिखने को मिलेगा। आपको मिलने वाले रिटर्न में बड़ा अंतर नजर आएगा। अमूमन अगर 50 हजार रुपए सालाना 25 साल तक जमा किया जाए और उस 12 फीसदी की दर से रिटर्न मिले तो 25 साल बाद आपके पास करीब 1.5 करोड़ रुपए होंगे।
कहां और कैसे मिलेगा 12 फीसदी रिटर्न
जेएस फाइनैंशियल के हेड जितेंद्र सोलंकी के मुताबिक, ​म्युचुअल फंड में लंबी अवधि में निवेश हमेशा फायदेमंद होता है। घरेलू अर्थव्यवस्था में होते सुधार से शेयर बाजार में 12 फीसदी का रिटर्न यकीनन मिल सकता है। फ्रेंकलाइन इंडिया ब्लूचिप फंड, बिरला सनलाइफ फ्रंटलाइन इक्विटी फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंट वैल्यू डिस्कवर फंड और एचडीएफसी प्रूडेंट फंड ने पिछले कुछ समय में 12 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। इनकी असेट्स देखकर लगता है कि आने वाले समय में भी ये फंड्स न्यूनतम 12 फीसदी या उससे भी अधिक रिटर्न दे सकते हैं। अगर इन चारों फंड में एक-एक हजार रुपए निवेश किए जाएं तो एक महीने में 4 हजार रुपए इन्वेस्ट करके करोड़पति बना जा सकता है।

कैसे तय होगा लक्ष्य
हर साल निवेश की जाने वाली राशि (रुपए में )
(संभावित ब्याज दर 12 प्रतिशत)
कुल निवेश
(रुपए में)
25 साल बाद वैल्यू
(रुपए में)
10,0003,00,00029,41,000
11,0003,30,0032,35,000
15,0004,50,00044,12,000
25,0007,50,00073,53,000
50,00015,00,0001,47,00,000
100,00030,00,0002,94,00,000
रिटर्न की दर
करोड़पति बनने का लक्ष्‍य पूरा करने के लिए पहले चरण के तहत आपने निवेश की रकम तय कर ली। अब यह तय करना होगा कि कितने रिटर्न वाली स्‍कीम में इन्वेस्‍ट किया जाए। जाहिर है, ज्‍यादा से ज्‍यादा रिटर्न मिलने पर कम से कम समय में आपका करोड़पति बनने का लक्ष्‍य पूरा हो सकता है। पर यह भी समझ लीजिए कि जितना ज्‍यादा रिटर्न मिलेगा, जोखिम भी उतना ही रहेगा। तो संतुलन का खयाल रखना जरूरी है। आपको ऐसी स्‍कीम चुननी होगी जहां न्‍यूनतम जोखिम के साथ अधिकतम रिटर्न का विकल्‍प मिले। सौ रुपए के निवेश पर किस रिटर्न के साथ कितने वक्‍त में कितना फायदा होगा, इसे इस टेबल से समझा जा सकता है:
साल5%11%15%
0100100100
5128169201
10163284405
15208478814
202658061,637
253391,3593,292
304322,2896,621
355523,85713,318
407046,50026,786
4589910,95353,877
50114718,4561,08,366
निवेश की अवधि
अब समय की बात करें। निवेश जितना जल्‍दी शुरू किया जाए, उतना अच्‍छा। इससे आपके करोड़पति बनने का लक्ष्‍य भी जल्‍दी पूरा हो सकता है। अगर कम उम्र में निवेश शुरू किया जाए तो जोखिम उठाने की क्षमता ज्‍यादा रहती है। ऐसे में कम समय में भी बेहतर रिटर्न की गुंजाइश बन सकती है। निवेश में समय की अहमियत को नीचे दिए गए टेबल के जरिए भी समझ सकते हैं। इसके पहले उदाहरण में 19 से 26 साल की उम्र तक हर साल दो हजार रुपए के निवेश की बात कही गई है जबकि दूसरे उदाहरण में 27 से 65 साल की उम्र तक हर साल दो हजार रुपए की बचत और निवेश की बात कही गई है। पहले उदाहरण में 65 साल की उम्र में आपको 1,019,161 रुपए जबकि दूसरे उदाहरण में 805,185 रुपए ही मिलेंगे। यहां पर आपको थोड़ा अटपटा लग रहा होगा। पहले उदाहरण में केवल आठ साल तक बचत और निवेश किया गया। यानी केवल 16 हजार रुपए के निवेश पर आपको 10 लाख रुपए से अधिक का रकम मिला जबकि 39 साल यानी 78 हजार रुपए के निवेश पर आपको आठ लाख रुपये से थोड़ी अधिक राशि प्राप्‍त हुई।

उदाहरण 1
उदाहरण 2
उम्रवार्षिक निवेश (रुपए में)साल के अंत में वैल्‍यू
(रुपए में)
वार्षिक निवेश
(रुपए में)
साल के अंत में वैल्‍यू
(रुपए मेंs.)
192,0002,20000
202,0004,62000
212,0007,28200
222,00010,21000
232,00013,43100
242,00016,97400
252,00020,87200
262,00025,15900
27027,6752,0002,200
28030,4422,0004,620
29033,4872,0007,282
30036,8352,00010,210
35059,3242,00029,875
40095,5412,00061,545
450153,8702,000112,550
500247,8092,000194,694
550399,1002,000326,988
600642,7542,000540,049
6501,035,1612,000883,185
निवेश की राशि16,00078,000
कुल1,019,161805,185
कितना गुना बढ़ा निवेश का रकम64 गुना10 गुना

Thursday, July 16, 2015

Sahi Baat He 2...

Sahi Baat He 1...

SAMAJ DARI



एक बार किसी रेलवे प्लैटफॉर्म पर जब गाड़ी रुकी तो एक लड़का पानी बेचता हुआ निकला।
ट्रेन में बैठे एक सेठ ने उसे आवाज दी,ऐ लड़के इधर आ।
लड़का दौड़कर आया।
उसने पानी का गिलास भरकर सेठ
की ओर बढ़ाया तो सेठ ने पूछा,
कितने पैसे में?
लड़के ने कहा - पच्चीस पैसे।
सेठ ने उससे कहा कि पंदह पैसे में देगा क्या?
यह सुनकर लड़का हल्की मुस्कान
दबाए पानी वापस घड़े में उड़ेलता हुआ आगे बढ़ गया।
उसी डिब्बे में एक महात्मा बैठे थे,
जिन्होंने यह नजारा देखा था कि लड़का मुस्कराय मौन रहा।
जरूर कोई रहस्य उसके मन में होगा।
महात्मा नीचे उतरकर उस लड़के के
पीछे- पीछे गए।
बोले : ऐ लड़के ठहर जरा, यह तो बता तू हंसा क्यों?
वह लड़का बोला,
महाराज, मुझे हंसी इसलिए आई कि सेठजी को प्यास तो लगी ही नहीं थी।
वे तो केवल पानी के गिलास का रेट पूछ रहे थे।
महात्मा ने पूछा -
लड़के, तुझे ऐसा क्यों लगा कि सेठजी को प्यास लगी ही नहीं थी।
लड़के ने जवाब दिया -
महाराज, जिसे वाकई प्यास लगी हो वह कभी रेट नहीं पूछता।
वह तो गिलास लेकर पहले पानी पीता है।
फिर बाद में पूछेगा कि कितने पैसे देने हैं?
पहले कीमत पूछने का अर्थ हुआ कि प्यास लगी ही नहीं है।
वास्तव में जिन्हें ईश्वर और जीवन में
कुछ पाने की तमन्ना होती है,
वे वाद-विवाद में नहीं पड़ते।
पर जिनकी प्यास सच्ची नहीं होती,
वे ही वाद-विवाद में पड़े रहते हैं।
वे साधना के पथ पर आगे नहीं बढ़ते.
अगर भगवान नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यो??
और अगर भगवान हे तो फिर फिक्र क्यों ???
:
" मंज़िलों से गुमराह भी ,कर देते हैं कुछ लोग ।।
हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता..
अगर कोई पूछे जिंदगी में क्या खोया और क्या पाया ...
तो बेशक कहना...
जो कुछ खोया वो मेरी नादानी थी
और जो भी पाया वो रब की मेहेरबानी थी!
खुबसूरत रिश्ता है मेरा और भगवान के बीच में,
ज्यादा मैं मांगता नहीं और कम वो देता नही..